गर्मी (ग्रीष्म ऋतु): ठंडे खाद्य पदार्थ जैसे खीरा, तरबूज, और नारियल पानी का सेवन करें। भारी, तैलीय और मसालेदार भोजन से बचें। पर्याप्त पानी पिएं।
मानसून (वर्षा ऋतु): हल्का और गरम भोजन जैसे सूप और स्टू खाएं। कच्ची सब्जियों और सलाद से बचें। खुद को सूखा रखें और बारिश में भीगने से बचें।
सर्दी (हेमंत और शिशिर ऋतु): गरम और पौष्टिक खाद्य पदार्थ जैसे घी, दूध और मेवों का सेवन करें। शरीर को गर्म और हाइड्रेटेड रखने के लिए नियमित तेल मालिश करें।
वसंत (वसंत ऋतु): हल्के और आसानी से पचने वाले भोजन का चयन करें। शरीर को साफ करने के लिए कड़वे और कसैले स्वादों को शामिल करें। कफ दोष को कम करने के लिए नियमित व्यायाम करें।
शरद ऋतु: ठंडे और शांत करने वाले खाद्य पदार्थ जैसे चावल, दूध और घी का सेवन करें। कठोर धूप से बचें और हाइड्रेटेड रहें।
Digestive Problems (Agni Mandya): Drink warm water with a pinch of ginger or black pepper before meals to stimulate digestion. Chew on a small piece of fresh ginger with salt before meals.
Respiratory Issues (Shwasa): Consume a mixture of honey and black pepper to alleviate respiratory problems. Inhale steam with eucalyptus oil to clear nasal passages.
Joint Pain (Sandhivata): Apply warm sesame oil to affected joints and massage gently. Regular consumption of turmeric milk can help reduce inflammation.
Insomnia (Anidra): Drink warm milk with a pinch of nutmeg before bedtime. Practice deep breathing exercises to calm the mind before sleep.
Skin Problems (Kushta): Apply a paste of turmeric and sandalwood on the affected areas to reduce inflammation and improve skin health.
Gastritis: Drink a decoction of cumin seeds and coriander seeds to reduce stomach inflammation and acidity. Avoid spicy and oily foods.
Acidity (Amlapitta): Consume a mixture of honey and cold milk to neutralize excess stomach acid. Avoid eating spicy and acidic foods.
Cough and Cold (Kasa and Pratishaya): Drink warm turmeric milk or ginger tea to soothe the throat and reduce congestion. Inhale steam with tulsi leaves.
Fever (Jwara): Use a decoction of tulsi, ginger, and black pepper to reduce fever. Stay hydrated with warm fluids.
Viral Flu: Consume a decoction of giloy, turmeric, and black pepper to boost immunity. Rest and stay warm.
पाचन समस्याएं (अग्नि मंद्य): अदरक या काली मिर्च के चुटकी भर से भरे हुए गर्म पानी का सेवन करें। भोजन से पहले नमक के साथ ताजे अदरक का एक छोटा टुकड़ा चबाएं।
श्वसन समस्याएं (श्वास): शहद और काली मिर्च का मिश्रण सेवन करें। नीलगिरी के तेल की भाप लें।
जोड़ों का दर्द (संधिवात): प्रभावित जोड़ों पर गर्म तिल का तेल लगाकर हल्की मालिश करें। हल्दी दूध का नियमित सेवन सूजन को कम करने में सहायक होता है।
अनिद्रा (अनिद्रा): सोने से पहले जायफल के साथ गर्म दूध पिएं। सोने से पहले गहरी सांस लेने के व्यायाम करें।
त्वचा समस्याएं (कुष्ठ): त्वचा के प्रभावित क्षेत्रों पर हल्दी और चंदन का पेस्ट लगाएं। सूजन को कम करें और त्वचा का स्वास्थ्य सुधारें।
गैस्ट्राइटिस: पेट की सूजन और अम्लता को कम करने के लिए जीरा और धनिया के बीजों का काढ़ा पिएं। मसालेदार और तैलीय भोजन से बचें।
अम्लपित्त (अम्लपित्त): अतिरिक्त पेट के एसिड को बेअसर करने के लिए शहद और ठंडे दूध का मिश्रण सेवन करें। मसालेदार और अम्लीय खाद्य पदार्थों से बचें।
खांसी और जुकाम (कास और प्रतिश्याय): गले को आराम देने और कंजेशन को कम करने के लिए गर्म हल्दी दूध या अदरक की चाय पिएं। तुलसी की पत्तियों के साथ भाप लें।
बुखार (ज्वर): तुलसी, अदरक और काली मिर्च का काढ़ा उपयोग करें। गर्म तरल पदार्थ के साथ हाइड्रेटेड रहें।
वायरल फ्लू: इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए गिलोय, हल्दी और काली मिर्च का काढ़ा सेवन करें। आराम करें और गर्म रहें।
Turmeric (Haldi): Powerful anti-inflammatory properties. Use in cooking or apply as a paste for skin issues.
Cumin (Jeera): Aids digestion. Use in tempering or make a decoction for digestive problems.
Ginger (Adrak): Boosts immunity and aids digestion. Use in tea or as a spice in cooking.
Coriander (Dhania): Cooling and digestive properties. Use seeds in cooking or as a decoction for stomach issues.
Fenugreek (Methi): Good for diabetes management and digestive health. Use seeds in cooking or soak
overnight for consumption.
Tulsi (Holy Basil): Improves respiratory health and boosts immunity. Use leaves in tea or chew fresh leaves daily.
Garlic (Lahsun): Powerful anti-inflammatory and anti-bacterial properties. Use in cooking to boost immunity.
Pepper (Kali Mirch): Helps in cold and cough relief. Use in tea or as a spice in food.
Fennel (Saunf): Aids digestion and reduces bloating. Chew seeds after meals or make a decoction.
Asafoetida (Hing): Helps in digestion and relieves gas. Use in tempering or dissolve in water for stomach issues.
हल्दी (हल्दी): शक्तिशाली सूजन-रोधी गुण। खाना पकाने में उपयोग करें या त्वचा की समस्याओं के लिए पेस्ट के रूप में लगाएं।
जीरा (जीरा): पाचन में मदद करता है। तड़का में उपयोग करें या पाचन समस्याओं के लिए काढ़ा बनाएं।
अदरक (अदरक): प्रतिरक्षा को बढ़ाता है और पाचन में मदद करता है। चाय में या मसाले के रूप में उपयोग करें।
धनिया (धनिया): ठंडक देने और पाचन गुण। बीजों को खाना पकाने में उपयोग करें या पेट की समस्याओं के लिए काढ़ा बनाएं।
मेथी (मेथी): मधुमेह प्रबंधन और पाचन स्वास्थ्य के लिए अच्छा। बीजों को खाना पकाने में उपयोग करें या रात भर भिगोकर सेवन करें।
तुलसी (तुलसी): श्वसन स्वास्थ्य को सुधारता है और प्रतिरक्षा को बढ़ाता है। चाय में पत्तियों का उपयोग करें या रोजाना ताजा पत्तियां चबाएं।
लहसुन (लहसुन): शक्तिशाली सूजन-रोधी और जीवाणुरोधी गुण। प्रतिरक्षा बढ़ाने के लिए खाना पकाने में उपयोग करें।
काली मिर्च (काली मिर्च): ठंड और खांसी से राहत में मदद करता है। चाय में या भोजन में मसाले के रूप में उपयोग करें
सौंफ (सौंफ): पाचन में मदद करता है और सूजन को कम करता है। भोजन के बाद बीज चबाएं या काढ़ा बनाएं।
हींग (हींग): पाचन में मदद करता है और गैस से राहत देता है। तड़का में उपयोग करें या पेट की समस्याओं के लिए पानी में घोलें।